आशीर्वाद हॉस्पिटल ने गर्भाशय को सुरक्षित रखते हुए एक बड़ा सा ट्यूमर निकालने में सफलता हासिल की है। इससे महिला के भविष्य में गर्भवती होने की संभावना बनी रहेगी। मध्यप्रदेश के अस्पतालों ने ट्यूमर के साथ ही बच्चेदानी को भी निकाल देने की सलाह दी थी। महिला के विवाह को अभी सिर्फ दो साल ही हुए हैं। इसे देखते हुए यह सर्जरी बेहद महत्वपूर्ण रही।
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि मध्यप्रदेश के बालाघाट निवासी इस महिला को गर्भाशय का ट्यूमर था। ट्यूमर काफी बड़ा हो चुका था। वहां के चिकित्सकों ने ट्यूमर को गर्भाशय के साथ ही निकाल देने की सलाह दी। इसके बाद महिला रायपुर आ गई तथा आशीर्वाद अस्पताल से सम्पर्क किया।
आशीर्वाद हॉस्पिटल एवं टेस्ट ट्यूब बेबी सेन्टर की वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ नलिनी मढरिया तथा उनकी टीम ने गर्भाशय को बचाते हुए ट्यूमर को निकालने की योजना बनाई। ट्यूमर के कारण महिला का पेट छह माह की गर्भवती महिला की तरह निकल आया था। यह बड़ी चुनौती थी जिसे डॉ नलिनी ने स्वीकार किया। महिला को अब तक कोई संतान नहीं है इसलिए बच्चेदानी को बचाना बेहद जरूरी था।
महिला को प्रोसीजर से जुड़ी सभी जानकारियां देने के बाद उसे आपरेशन के लिये लिया गया। यह एक जटिल सर्जरी थी। सर्जरी के द्वारा तीन बड़े-छोटे ट्यूमर निकाले गए जिनका कुल वजन लगभग दो किलोग्राम था। इसके बाद बच्चेदानी का संधारण कर उसे पूर्व स्थिति में लाया गया। महिला अब पूरी तरह स्वस्थ है।










