टीका लगवाने जा रहे हैं तो नाश्ता या खाना खाकर जाएं : डॉ. गुलेरिया


आपने टीका लगवाने की क्या प्रक्रिया अपनाई?

मैंने कोवैक्सिन का टीका लगवाया, क्योंकि देख रहा था इसके बारे में गलत धारणा फैल रही है। मुझे लगा स्वयं आकर टीका लेना चाहिए, इसलिए मैंने अपना नाम रजिस्टर कराया और कोविन एप पर पहले ही दिन मेरा नाम आ गया। टीका लगने के एक दिन पहले मुझे SMS मिला। इसमें टीका लगवाने का समय और स्थान के बारे में बताया गया था। मैं केंद्र पर पहुंच गया। मुझे टीका लगे अब करीब 36 घंटे बीत गए हैं और मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं, किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है।

टीका लगवाने से पहले क्या एहतियात बरतनी जरूरी है?
वैसे तो कोई खास एहतियात की जरूरत नहीं। हां, नाश्ता-खाना खाकर जाएं। यदि आपको कोरोना हुआ है तो ठीक होने के चार से छह हफ्ते बाद ही टीका लगवाएं। बुखार, खांसी, नजला हो तो उस दिन टीका न लगवाएं। यदि किसी बीमारी की पहले से दवा ले रहे हैं, तो उसे लेकर जा सकते हैं। टीका लगवाने के लिए कोई रोक-टोक नहीं होती।

टीका लगने के समय और बाद में क्या करना चाहिए?
टीका लगने के बाद टीकाकरण केंद्र पर आधे घंटे इंतजार जरूर करें। क्योंकि कुछ लोगों में टीका लगने के बाद एलर्जी होती है। वैसे यह आम है, एलर्जी होनी है तो आधे घंटे में हो जाएगी। एक से दो दिन बाद बुखार, सूई लगने की जगह पर लाली या दर्द हो सकता है, लेकिन यह अपने-आप एक से दो दिन में ठीक हो जाता है। इससे परेशान होने की बिल्कुल जरूरत नहीं। यदि फिर भी कोई दिक्कत लगे तो हेल्पलाइन नंबर 1075 पर कॉल कर आप समस्या का समाधान ले सकते हैं।

देश में लग रहे टीके कितने प्रभावी हैं, क्या लगवाना जरूरी है?
टीका लगवाने से परहेज न करें। क्योंकि एनिमल ट्रायल से लेकर ह्यमून ट्रायल तक में यह साबित हो चुके। कोई गंभीर साइड इफेक्ट्स भी नहीं हैं। दुनिया में एक करोड़ लोगों को टीका लग चुका है। कहीं से भी टीके के कारण गंभीर साइड इफेक्ट्स के मामले रिपोर्ट नहीं हुई। दुनिया में पूरी तरह से अभी किसी भी टीके की एफिकेसी (प्रभावशीलता) का आंकड़ा नहीं आया है। स्थिति गंभीर है, इसलिए आपात इस्तेमाल की इजाजत दी गई है। महामारी की स्थिति न होती, तो साल या छह माह तक टीके देकर उसकी एफिकेसी को धीरे-धीरे और परखा जा सकता था। लेकिन यदि 60 से 90 फीसदी हो तब भी आपको यह सुरक्षा देगी। वैक्सीन ही एक रास्ता है, इसी से वायरस की शृंखला टूटेगी।

किस तरह के साइड इफेक्ट्स मामूली हैं?
मामूली दर्द, चक्कर, पसीना, भारीपन, लाल चकत्ते, सूजन, हल्का बुखार, जो आम बात है। …और ध्यान रखें, पहली डोज के 28 दिन बाद दूसरी लगेगी। इसके दो हफ्ते बाद एंटीबॉडी विकसित होती है। मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग, हाथ धोना न भूलें। शुगर ड्रिंक्स, प्रोसेस्ड फूड, फास्ट फूड या एल्कोहॉलिक पदार्थों से बचें, ये इम्यून सिस्टम को प्रभावित करते हैं।

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