सर्दी.जुकाम को दूर करने के लिए फायदेमंद है दूध में पिसी हुई चिरौंजी, शरीर की दूर करेगी कमजोरी

चिरौंजी का नाम तो सुना ही होगा न आपने, जिसे चारोली के नाम से भी जाना जाता है. चिरौंजी एक ड्राई फ्रूट है और इसका इस्तेमाल हम कई मीठे व्यंजनों में करते हैं. चिरौंजी के दाने छोटे-छोटे दाल की तरह होते हैं. चिरौंजी में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं।

चिरौंजी दूसरे ड्राई फ्रूट की तुलना में काफी महंगी होती है. कोरोना वायरस की दूसरी लहर में लाखों लोग दवाओं के अलावा देसी नुस्खों के जरिए घर में ही ठीक हो रहे हैं. यहां हम आपको ड्राई फ्रूट के बारे में बता रहे हैं जो इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ-साथ कब्ज और दस्त से भी राहत दिलाती है।

पाए जाते हैं बहुत से पोषक तत्व
चिरौंजी को स्वाद ही नहीं सेहत के लिए बहुत गुणकारी माना जाता है. चिरौंजी के अंदर भी ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जिससे आपकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिल सकती है. चिरौंजी में प्रोटीन अच्छी मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा इसमें विटामिन सी और बी भी पर्याप्त मात्रा में होता है. वहीं इससे निर्मित तेल में अमीनो एसि‍ड और स्टीएरिक एसि‍ड भी पाया जाता है. बहुत कम लोगों को चिरौंजी के लाभ के बारे में पता होगा. चिरौंजी कब्ज की समस्या में लाभ पहुंचाने में मदद कर सकती है. इसकी तासीर ठंडी होती है ये आपके पेट को ठंडक पहुंचाती है. तो चलिए आज हम आपको चिरौंजी के फायदों के बारे में बताते हैं।

सर्दी-जुकाम में फायदेमंद
चिरौंजी को सर्दी-जुकाम में सेवन करना फायदेमंद माना जाता है. सर्दी-तुकाम की शिकायत होने पर चिरौंजी को दूध में पका कर सेवन करने से सर्दी की समस्या से राहत मिल सकती है।

साफ होती है पाचनतंत्र में जमा गंदगी
चिरौंजी के सेवन से पाचनतंत्र में जमा गंदगी साफ होती है. चिरौंजी आंतों की आंतरिक परत को चिकनाहट देकर उसकी मरम्मत का काम करती है. इससे हमें कब्ज, मरोड़ की समस्या में आराम मिलता है और पेट सही से साफ होता है।

कब्ज और दस्त की समस्या से मिलेगा छुटकारा
यदि आपको कब्ज और दस्त की समस्या है तो इन परेशानियों को दूर करने के लिए आपको किसी डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं, क्योंकि आप इन्हें घर में रखी कुछ चीजों के सेवन से भी ठीक कर सकते हैं. यहां हम आपको दस्त और कब्ज से राहत दिलाने का एक बहुत सरल उपाय बता रहे हैं. आप चिरौंजी के तेल से बनी खिचड़ी, दलिया या ओट्स का सेवन कर सकते हैं. नियमित रूप से भी चिरौंजी का प्रयोग कर सकते हैं और इसका पाउडर बनाकर दूध में मिलाकर पी सकते हैं।

अल्सर को रोकने में करती है मदद
चिरौंजी गैस्ट्रिक स्राव को कम करके गैस्ट्रिक अल्सर को रोकने में भी मदद कर सकती है, क्योंकि इसमें एंटी- इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है. यह मधुमेह रोगियों के लिए भी फायदेमंद बताई जाती है, क्योंकि यह अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण रक्त शर्करा के स्तर (Blood sugar level) को कम करता है।

स्किन प्रॉब्लम्स को दूर करेगी चिरौंजी
चिरौंजी स्किन के लिए भी फायदेमंद बताई जाती है. जब त्वचा गर्मी या सूरज के संपर्क में होती है, तो हाइपर पिगमेंटेशन की समस्या होने लगती है. हाइपर पिगमेंटेशन से छुटकारा पाने के लिए इस मिश्रण को दिन में एक या दो बार प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं. इसे जैतून या बादाम के तेल के साथ मिलाने से भी स्किन प्रॉब्लम्स को दूर किया जा सकता है. ये फेस की टैनिंग और पिगमेंटेशन को कम करने में मदद करता है, साथ ही ग्लोइंग स्किन भी देता है।

दूर होती है शरीरिक कमजोरी 

चिरौंजी के लगातार सेवन करने से शारीरिक कमजोरी में कमी आती है. अगर आपको भी कोई कमजोरी महसूस हो रही है तो 10-12 ग्राम चिरौंजी को पीस लें और दूध में मिलाकर इसका सेवन करें।

खुजली की समस्या से मिलेगा छुटकारा
शरीर में खुजली है तो आप चिरौंजी से उसको दूर कर सकते हैं. इसके लिए आपको 5-7 ग्राम चिरौंजी को पीसकर इसमें 7-8 बूंद गुलाब जल और एक चुटकी सुहागा मिलाकर खुजली वाले जगह पर लगाना होगा।

लेकिन चिरौंजी का सेवन पूरी जानकारी होने के बाद ही करना चाहिए. शुगर के रोगियों को चिरौंजी का सेवन कम करना चाहिए. जिन लोगों का पाचनतंत्र कमजोर हो उन्हें चिरौंजी का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।

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